महा अष्टमी पर देवी मंदिरों में हवन और आरती, रामनवमी पर होगा ज्योति-जंवारा विसर्जन
राजनांदगांव। चैत्र नवरात्रि की महा अष्टमी के अवसर पर जिले के देवी मंदिरों में धार्मिक उल्लास और भक्ति का माहौल देखने को मिला। मां पाताल भैरवी, शीतला माता, काली मंदिर सहित अनेक मंदिरों में हवन, पूजन और महा आरती का आयोजन हुआ। भक्तों ने बड़ी संख्या में मंदिरों में पहुंचकर पूजा अर्चना की और पूर्णाहुति देकर आशीर्वाद प्राप्त किया।
मां पाताल भैरवी मंदिर परिसर में 6 अप्रैल को रामनवमी के पावन अवसर पर मातारानी और प्रभु श्रीराम की भव्य महाआरती की जाएगी। इसके बाद पारंपरिक कन्या भोज के साथ 2100 ज्योति कलशों का विसर्जन मंदिर परिसर स्थित कुंड में किया जाएगा।
मंदिरों में उमड़ी भीड़, भंडारे और भजन संध्या का आयोजन
अष्टमी के दिन जिलेभर के प्रमुख मंदिरों में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखी गई। शांति नगर, चिखली, गौरी नगर आदि क्षेत्रों में हवन के बाद भक्तों को प्रसाद वितरित किया गया। कई जगहों पर भजन संध्या और जसगीत की प्रस्तुतियों ने धार्मिक माहौल को और अधिक भव्य बना दिया। मंदिर समितियों और सामाजिक संस्थाओं ने मिलकर विशाल भंडारे का आयोजन किया, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने प्रसादी ग्रहण की।
कन्या भोज के साथ व्रत का पारण
नवरात्रि के नौ दिनों तक उपवास रखने वाले भक्तों ने महा अष्टमी के दिन हवन के उपरांत विधिवत पूजा करके कन्याओं को भोज कराया और फिर स्वयं व्रत खोला। जय स्तंभ चौक और गोल बाजार में पूजन सामग्री, फूल और फल की दुकानों पर भारी भीड़ देखी गई।
रामनवमी पर विशेष आयोजन
मंदिर समिति से गणेश प्रसाद शर्मा 'गन्नू' ने बताया कि रामनवमी पर मां पाताल भैरवी मंदिर में प्रभु श्रीराम की विशेष आरती और कन्या भोज के बाद 2100 ज्योति कलशों का विसर्जन किया जाएगा। शीतला मंदिर में 1600 और काली मंदिर (पुराना बस स्टैंड) में 600 ज्योति कलश प्रज्वलित किए गए हैं, जिनका विसर्जन रामनवमी को होगा।
डोंगरगढ़ में उमड़ा श्रद्धालुओं का सैलाब
महा अष्टमी के दिन मां बम्लेश्वरी देवी के दर्शन के लिए डोंगरगढ़ में भी भारी भीड़ देखी गई। ट्रेनों और बसों में यात्रियों की संख्या बढ़ने से आवाजाही प्रभावित रही। डोंगरगढ़ मेले में शामिल होने के लिए कई श्रद्धालु पैदल यात्रा करके पहुंचे, जबकि अनेक लोग निजी वाहनों से भी वहां पहुंचे।